(1) – अपने दिमाग में पैसे की वह निश्चित मात्रा सोचना जिसे हासिल करने की आपकी प्रबल अच्छा है सिर्फ यह कह देना कि मैं बहुत सारा पैसा चाहता हूं पर्याप्त नहीं है एक निश्चित रकम ही सोच है इसके पीछे भी एक मनोवैज्ञानिक कारण है जिसका विषय में विस्तार पूर्वक वर्णन है
(2)_ यह भी तय कर लें कि जिस धन को आप पानी की प्रबल इच्छा आपके मन में है उसके बदले में आप क्या देना चाहेंगे क्योंकि सच्ची बात तो यह है कि इस दुनिया में कोई भी चीज मुफ्त में नहीं मिलती कुछ पाने के लिए कुछ खोना ही व्यापार है।
(3)_जिस तारीख तक आपको धन चाहिए वह भी आप तय कर लें।
(4)_अपनी इच्छा को पूरा करने के लिए एक योजना बना ले फिर चाहे आप उसके लिए तैयार हो या ना हो बस एकदम से काम में जुट जाएं।
(5)_ऊपर दिए गए चारों कदमों को एक पुस्तक में लिख लें।
(6)_अब अपने लिखे गए कदमों को सुबह शाम जोर-जोर से पढ़े हैं जब भी आप इसे पढ़ें तो दिल में यही सोचिए कि उतना पैसा आपके पास है।
यही विश्वास एक दिन वास्तविक रूप में आपके सामने खड़ा होगा अपनी इच्छा पूर्ति के लिए जरूरी है कि आप इन 6 चरणो में बताए गए निर्देशों का पालन करें और सबसे अंतिम चरण का नियमित रूप से अनुसरण करें मुझे पता है कि आप यही सोच रहे होंगे कि जब आपके पास पैसा है ही नहीं तो विश्वास कैसे कर ले यकीन मानिए एक बार इस पर चल कर तो देखिए सारी मुश्किल है खुद ब खुद आसान होती जाएंगी इस कार्य को पूरा करने में प्रबल इच्छा शक्ति आपकी मदद करेगी अगर आप सचमुच अमीर बनने की प्रबल इच्छा है तो यह इच्छा एक दीवानगी बन जाएगी और आप को खुद को विश्वास दिलाने में जरा भी कठिनाई नहीं होगी कि आप इसे हासिल कर लेंगे।
किसी अज्ञानी अमूर्त व्यक्ति के लिए निर्देश केवल मजाक और अनुपयोगी ही सिद्ध होंगे क्योंकि वह मानव मस्तिष्क के काम करने की सिद्धांतों के बारे में कुछ नहीं जानता पर कुछ लोग इन 6 चरणो की ताकत को पहचानने में असफल रहते हैं उन सबके लिए एक एन्ड्रयू कारनेगी को जाना बहुत जरूरी है जिन्होंने अपनी जीवन की शुरुआत एक स्टील मिल मैं साधारण से मजदूर के रूप में कार्य करने से आरंभ की थी इतनी छोटी सी शुरुआत के बावजूद भी उन्होंने इन सिद्धांतों के बाद $100000000 से ज्यादा की दौलत कमाई।
थॉमस ए एडिसन ने भी इन्हीं 6 सिद्धांतों का सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया और फिर उस पर अपनी सहमति की मुहर लगाई उनका तो यह तक कहना है कि यह सिद्धांत ना सिर्फ दौलत कमाने के लिए अनिवार्य है बल्कि किसी भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए अनिवार्य है।
इन पर चलने के लिए ना तो किसी तरह की मेहनत की आवश्यकता है और ना ही यह आपसे कोई वरदान मांगते हैं इनका पालन करने के लिए आपका शिक्षित होना ही भी जरूरी नहीं है लेकिन इन सिद्धांतों को सफलतापूर्वक जीवन में उतारने के लिए जरूरी है कि आप में पर्याप्त कल्पना सकती हो ताकि आप देख सके और समझ सके के अमीर बनना किस्मत यहां सहयोग के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता जिन लोगों ने ढेर सारी दौलत कमाई है उन्होंने भी दौलत पाने से पहले काफी सारे सपने देखे होंगे आशाएं की होंगी और फिर उन्हें पूरा करने के लिए प्रबल इच्छा हो और योजनाओं का सहारा लिया होगा या आप यह भी जान लें कि आप ढेर सारी दौलत कभी नहीं कमा सकते अगर आप में अमीर बनने की इच्छा नहीं होगी और अगर आप वास्तव में विश्वास नहीं करेंगे कि यह दौलत आपके पास है।