इस युग में हर इंसान एक दूसरे से आगे निकलना चाहता है और ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाना उनके जीवन का मुख्य उद्देश्य होता है अमीरी की इस दौड़ में हमें यह जानकर बहुत प्रोत्साहन मिलता है कि आज की तेजी से बदलती दुनिया में नए विचारों काम करने के नए तरीके नए नेताओं नए आविष्कारों शिक्षण की नई पद्धतियों नई पुस्तकों नए साहित्य मार्केटिंग की नई तक तकनीकों मोबाइल और कंप्यूटर के लिए नई फीचर्स और फिल्मों के लिए नए विचारों की काफी मांग है नई और बेहतर चीजों की इस मांग के पीछे एक ऐसा कौन है जो जीतने के लिए अनिवार्य है और वह निश्चित लक्ष्य जानना कि आप क्या चाहते हैं अपने लक्ष्य को हासिल करने की आपकी प्रबल इच्छा।
दौलत इकट्ठी करने की धुन में हमें यह कदापि नहीं भूलना चाहिए कि इस दुनिया की असली नेता वही लोग हैं जिन्होंने छुपे हुए अविष्कारों की अदृश्य शक्तियों का व्यवहारिक तौर पर प्रयोग किया उन्होंने अपने विचारों की शक्तियों को गगनचुंबी इमारतों शहरों फैक्ट्रियों हवाई जहाजों और सुख सुविधाओं में बदला।
अमीर बनने की योजना बनाते समय सपने देखने वाले को कभी भी छोटा ना समझें और ना ही उन लोगों की बातों में आए जिनका यह मानना है कि सपने देखना मूर्खता है निरंतर बदलती दुनिया में सफलता प्राप्त करने के लिए आपको अतीत के उन महान लोगों के पक्ष में चलना होगा जिन्होंने अपने सपनों की बदौलत मानव जाति को बहुत सी बहुमूल्य चीजें दी बॉस होते जो आज भी हमारे देश की धमनियों में रक्त की तरह प्रभावित हो रहे हैं और यह सूत्रे मौके को पहचाना और अपनी योग्यताओं के बल पर उसका व्यापार करना।
अगर कोई काम सही है और आपका उसे करने का मन है तो खुद पर विश्वास रखिए और बेखौफ उसे अंजाम दीजिए अपने सपने को पूरा करते वक्त कभी भी दूसरों की बातों की परवाह मत कीजिए आपकी अव्यवहारिक असफलता पर लोग क्या कहेंगे शायद लोग ये नहीं जानते कि हर सफलता का मूल मंत्र सफलता में ही छुपा होता है जब तक कोई व्यक्ति हारता नहीं तब तक उसे अपनी जीत का मतलब भी पता नहीं होता।
थॉमस एडिसन ने एक ऐसे बल्ब का सपना देखा जो कि बिजली से जले और उन्होंने अपने इस ख्वाब को भौतिक स्वरूप देने का काम शुरू कर दिया हजारों बार असफलता पाकर भी वह अपने इरादों से जरा भी नहीं हिले और तब तक अपने काम में लगे रहे जब तक कि वह सपना सच नहीं हो गया जो लोग व्यावहारिक होते हैं वह सपने देखने कभी नहीं छोड़ते।।
राइट बंधुओं ने भी एक ऐसी ही मशीन का सपना देखा था जो के हवा में उड़ सके जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण आज सारी दुनिया के सामने है मारकोनी ने एक ऐसी ही यंत्र बनाने का ख्वाब देखा जो आकाश में विद्वान असंख्य शक्तिशाली तत्वों का प्रयोग करके संचालित हो आज दुनिया मौजूद हर रेडियो और टेलीविजन से सेट से हमें इस बात का प्रमाण मिल जाता है कि उनका सपना व्यस्त नहीं था आपको जानकर हैरानी होगी कि जब मारकोनी ने लोगों को बताया कि उनके उसने एक ऐसा सिद्धांत खो जाए जिसके द्वारा वह बिना किसी तार की मदद के हवा में संदेश भेज सकता है तो उसके दोस्त को यह सब पागलपन लगा और वे उसे पकड़कर डॉक्टर के पास ले गए जहां उन्होंने उसकी दिमाग की जांच करवाई क्योंकि उन्हे लगता था कि मारकोनी की मानसिक स्थिति खराब है हो गई है पहले की तुलना में आज के स्वपन दर्शकों से बेहतर स्थिति में हैं आज दुनिया में ऐसे अविष्कारों की भरमार है जो अतीत के स्वपन दर्शकों को कभी नसीब नहीं हुआ था।
अपने ख्वाबों को सकारात्मक रूप देना ही सबसे बड़ी कामयाबी है बनने और करने की प्रबल इच्छा ही किसी कार्य को करने का वह आरंभिक बिंदु है जहां से स्वपन दर्शकों को की यात्रा प्रारंभ होती है मायूस उदासीन और आलस्य से कभी सपने पैदा नहीं होते।
कोई भी कार्य आरंभ करने से पहले एक बात याद रखें कि सफलता कभी भी पहली बार में नहीं मिलती आज तक जितने भी महान व्यक्ति हुए हैं उनकी शुरुआत अनुभव बहुत बुरे थे सफलता की मंजिल पर पहुंचने से पहले उनके मार्ग में बहुत सी बाधा आई कामयाब लोगों की जिंदगी में नया मोड़ पर आए मुसीबतों के वक्त ही आता है और तभी उन्हें अपने व्यक्तिगत रूप का ज्ञान होता है।।
जॉन बनियान जोकि बहुत धार्मिक विचारों वाले व्यक्ति थे को उनकी इस प्रवृत्ति के कारण कई सालों तक जेल की यातनाएं सहन करनी पड़ी लेकिन फिर भी वह अपने लक्ष्य से नहीं भटके और जेल में रहकर ही अंग्रेजों अंग्रेजी साहित्य पर एक बहुत ही बेहतरीन पुस्तक द पिलग्रिम्स प्रोग्रेस की रचना कर डाली।
ओ हेनरी ने अपने अंदर सोई हुई प्रतिभा को उस समय जाना जब उन पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा और उन्हें कोलंबस में ओहियो के कारागर मैं डाल दिया गया लेकिन इतनी मुश्किल भक्तों में भी उन्होंने हिम्मत नहीं छोड़ी और अपने इसी दुर्भाग्य था को सौभाग्य में बदल डाला उन्होंने अपनी कल्पना शक्ति से जाना की जेल में दुखी अपराधी और अपमानित व्यक्ति की तरह जीवन व्यतीत करने से अच्छा है कि वह कुछ ऐसा कार्य करें जिससे दूसरों का भला हो इस तरह उन्होंने लिखना शुरू कर दिया और उनकी इसी कला का परिणाम रहा कि वह एक महान लेखक बन गए।।
मैंने जिंदगी से चवन्नी का सौदा किया और जिंदगी ने भी मुझे इससे ज्यादा नहीं दिया हालांकि जब शाम को मैंने अपनी मजदूरी कि नहीं जो मैंने और ज्यादा पैसे मांगे जिंदगी एक न्यायप्रिय मालिक हैं यह आपको इतना ही देती है जितना आप मांगते हैं परंतु एक बार आप अपनी मजबूरी तय कर लेते हैं तो फिर आपको इतने पर ही काम करना पड़ता है मैं एक मजदूर की पगार पर काम करता रहा मैंने यही सीखा और सोच कर निराश हुआ कि मैं जिंदगी से जो भी तन का मांगता जिंदगी मुझे खुशी-खुशी वही दे देती।
थैंक यू दोस्तों आप चाहो तो आप अपनी जिंदगी बदल सकते हो इन सभी विचारों को ध्यानपूर्वक पढ़ें और अपने जीवन में उतारें आपका बहुत-बहुत धन्यवाद कृपया कमेंट करें और ऐसी पोस्ट आपके लिए लाता रहूंगा धन्यवाद दोस्तों।।